Udyogini Scheme Loan Process : सरकार दे रही 50 लाख तक की लोन , जिसमे आपको मिलेगा 50 % का सब्सिडी
भारत की खाद्य अर्थव्यवस्था कई मायनों में देश की समृद्ध क्षेत्रीय, सांस्कृतिक और कृषि विविधता को प्रतिबिंबित करती है। खाद्यान्न से लेकर मिठाइयों तक, अचार से लेकर जड़ी-बूटियों तक, पारंपरिक मिष्ठान से लेकर स्थानीय पेय तक, मांस और मुर्गी पालन से लेकर मत्स्य उत्पादों तक, भारत का राष्ट्रीय खाद्य मानचित्र देश की समृद्ध सभ्यता के इतिहास का एक शानदार सूक्ष्म दर्शन है।
एक सुविकसित खाद्य प्रसंस्करण सेक्टर जिसमें प्रसंस्करण का प्रतिशत अधिक हो, अपव्यय को कम करने में मदद करता है, मूल्यवर्धन में सुधार करता है, फसल विविधिकरण को बढ़ावा देता है, किसानों की बेहतर आय सुनिश्चित करता है, रोजगार को बढ़ावा देता है और साथ ही निर्यात से आय में वृद्धि करता है। यह सेक्टर खाद्य सुरक्षा, खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी के महत्पूर्ण मुद्दों को संबोधित करने और जनता को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने में भी विशेष भूमिका अदा करता है। खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो जीडीपी (GDP) व रोजगार, निवेश में योगदान देता है।
PMFME का पूरा नाम “प्रधानमंत्री फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज” है। यह एक केंद्रीय सरकार की योजना है जो सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है। योजना के तहत, पात्र आवेदकों को 10 लाख रुपये तक का ऋण 35% सब्सिडी के साथ दिया जाता है।
PMFME योजना का उद्देश्य सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों को आधुनिक तकनीक और उपकरणों तक पहुंच प्रदान करके उनकी उत्पादकता और दक्षता में सुधार करना है। इससे इन उद्यमों को संगठित बाजारों में बेहतर पहुंच प्राप्त करने में मदद मिलेगी और इससे उन्हें अधिक आय अर्जित करने में मदद मिलेगी।
PMFME योजना के लिए पात्रता मानदंड निम्नलिखित हैं:
- आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।
- आवेदक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- आवेदक को कम से कम 8वीं कक्षा पास होना चाहिए।
- आवेदक का सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम होना चाहिए।
PMFME योजना के तहत, आवेदकों को निम्नलिखित क्षेत्रों में वित्तीय सहायता प्रदान की जा सकती है:
- मशीनरी और उपकरण
- भवन और निर्माण
- परिवहन
- विपणन और विज्ञापन
- प्रशिक्षण
PMFME योजना के लिए आवेदन ऑनलाइन खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय की वेबसाइट पर जाकर किया जा सकता है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 मार्च 2025 है।
PMFME योजना से सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों को कई लाभ प्राप्त होंगे, जिनमें शामिल हैं:
- उत्पादकता और दक्षता में सुधार
- संगठित बाजारों में बेहतर पहुंच
- अधिक आय अर्जन
- रोजगार के अवसरों का सृजन
पीएमएफएमई (PMFME) – सभी के लिए लाभदायक
- 2,00,000 मौजूदा सूक्ष्म उद्यमों को क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी का वितरण का लक्ष्य ।
- मौजूदा 2,00,000 उद्यमों को औपचारिक ढांचे में लाना।
- मौजूदा सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमियों, Aspirational जिलों में मौजूद सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमियों एवं महिला उद्यमियों के लिए ऋण तक पहुंच में वृद्धि ।
- इस योजना में स्थानीय स्तर पर कुशल और अर्धकुशल रोजगार सृजित होने की संभावना है ।
- सामुदायिक सेवाएं जैसे कि खाद्य परीक्षण, भंडारण सुविधाएं, उच्च कोटी की मशीनरी, प्रौद्योगिकियों और उद्भवन सेवाओं तक पहुंच में वृद्धि ।